डिजिटल इंडिया आत्मनिर्भर भारत की साधना – प्रधानमंत्री मोदी

0

डिजिटल इंडिया आत्मनिर्भर भारत की साधना – प्रधानमंत्री मोदी

भुवन वर्मा बिलासपुर 1 जुलाई 2021

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

नई दिल्ली — डिजिटल इंडिया आत्मनिर्भर भारत की साधना है , ये इक्कीसवीं सदी में सशक्त होते भारत का जयघोष है। ये दिन भारत के सामर्थ्य , संकल्प और भविष्य की असीम संभावनाओं को समर्पित है। यह दिन हमें याद दिला रहा है कि महज छह वर्षों में हमने डिजिटल स्पेस में कितनी बड़ी छलांग लगायी है। डिजिटल इंडिया की पहल से भारत के लोगों के जीवन में परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ा है। प्रौद्योगिकी पर हमारे जोर ने सेवा , वितरण और पारदर्शिता को बढ़ाया है। डिजिटल इंडिया ने भारत के सपनों को आगे बढ़ाकर आम आदमी को लाभ पहुंचाया है। डिजिटल इंडिया यानि सबको अवसर , सबको सुविधा , सबकी भागीदारी , सरकारी तंत्र तक सबकी पहुंच , पारदर्शी- भेदभाव रहित व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर चोट है।
उपरोक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल इंडिया अभियान के छह वर्ष पूरे होने के मौके पर संबोधित करते हुये कही। डिजिटल इंडिया पहल भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने के उद्देश्य से शुरू की गयी थी। कार्यक्रम केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के उद्घाटन संबोधन से शुरू हुआ। इस दौरान पीएम ने भीम ऐप , वन नेशन -वन कार्ड समेत कई अन्य योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत भी किया। जबकि लाभार्थियों ने भी प्रधानमंत्री से वन नेशन-वन कार्ड ,दीक्षा योजना सहित प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के डिजिटल इंडिया के अपने अनुभव साझा किये। किसानों का जिक्र करते हुये प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि किसानों के जीवन में भी डिजिटल लेनदेन से अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। कोरोना काल में डिजिटल इंडिया अभियान देश के कितना काम आया है, ये भी हम सभी ने देखा है। जिस समय बड़े-बड़े समृद्ध देश, लॉकडाउन के कारण अपने नागरिकों को सहायता राशि नहीं भेज पा रहे थे, भारत हजारों करोड़ो रुपये सीधे लोगों के बैंक खातों में भेज रहा था। उन्होंने कहा कि शिक्षा का डिजिटल होना समय की मांग है , हमारी कोशिश है कि गांव में सस्ती और अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी मिले, सस्ते मोबाइल औरदूसरे माध्यम उपलब्ध हो ताकि गरीब से गरीब बच्चा भी अच्छी पढ़ाई कर सके।भारत में अब गांव भी टेक्नोलॉजी को अपनाकर तरक्की कर रहा है। ड्राइविंग लाइसेंस , बर्थ सर्टिफिकेट , बिजली बिल , पानी बिल, इनकम टैक्स रिटर्न भरने जैसे तमाम कामों के लिये अब प्रक्रियायें डिजिटल इंडिया की मदद से आसान और तेज हुई हैं। पीएम ने कहा कि ई-नाम पोर्टल इसलिये बनाया गया है ताकि किसान देश की सभी मंडियों में अपनी फसल का सौदा कर सके। डिजिटल इंडिया की ही शक्ति है कि वन नेशन , वन राशन कार्ड का संकल्प पूरा हो रहा है। एक ही राशन कार्ड पूरे देश में मान्य है। इसका सबसे बड़ा लाभ उनक श्रमिक परिवारों को हो रहा है जो काम के लिये दूसरे राज्यों में जाते हैं। नेशनल डिजिटिल हेल्थ मिशन के तहत प्रभावी प्लेटफॉर्म पर काम चल रहा है। दुनियां के सबसे बड़ा डिजिटल कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग एप में से एक आरोग्य सेतु का कोरोना संक्रमण को रोकने में बहुत मदद मिली। भारत के कोविन एप ने भी टीकाकरण में बड़ा योगदान दिया है। कोविड काल में ही हमने अनुभव किया कि डिजिटल इंडिया ने हमारे काम को कितना सरल बना दिया।

पीएम ने लाभार्थियों से की बात

डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत की। इसी कड़ी में दीक्षा योजना की लाभार्थी उत्तरप्रदेश की सुहानी साहू से बातचीत की। इसके साथ ही उन्होंने ई संजीवनी के जरिये पूर्वी चंपारण में इलाज करा रहीं शुभम और उनकी दादी से वार्ता की। पीएम ने शुभम की दादी का लखनऊ में रहकर इलाज कर रहे डॉक्टर भूपेंद्र सिंह से भी बात की। इसके साथ ही पीएम ने वाराणसी की अनुपमा दूबे , यास्मीन बानो और दीक्षा सिंह से बात की। ये तीनों युवतियां डिजी बुनाई के माध्यम से हस्तशिल्प के क्षेत्र में काम कर रही हैं। पीएम ने वन नेशन वन राशन कार्ड के लाभार्थी हरिराम से भी बात की। हरिराम उत्तरप्रदेश के हरदोई निवासी हैं जो देहरादून में टैक्सी चलाते हैं। उन्होंने पीएम मोदी को वन नेशन वन राशन कार्ड के लाभ बताये। प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश स्थित उज्जैन की नाजमीन शाह से बात की। नाजमनी पीएम स्वनिधि योजना की लाभार्थी हैं। नाजमीन से पीएम ने कहा कि जनधन , मोबाइल और आधार की त्रिशक्ति के माध्यम से आप जैसे सभी मेहनतकश लोगों को और सशक्त बना रही है। भारत सिर्फ टेक्नॉलाजी बनाता ही नहीं बल्कि हमारे गांव का व्यक्ति उसे सीख कर कारोबार को आगे बढ़ाता है।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *