भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर, स्वस्थ जीवन के आधार रुपी ‘योग’ को अपनाएं : निरोगी काया का पर्याय है योग – शैलेश पांडेय
भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर, स्वस्थ जीवन के आधार रुपी ‘योग’ को अपनाएं : निरोगी काया का पर्याय है योग – शैलेश पांडेय
भुवन वर्मा बिलासपुर 21 जून 2021
सभी से अपील करता हूँ अपने घर पर अपने परिवारजनों के साथ योग करें और अपने स्वजनों को भी इसके लिए प्रेरित और जागरूक करें। जो भाई-बंधु योग नहीं करते हैं, वह भी योग की जानकारी लें और योग का अभ्यास करें। योग, निरोगी जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है।
अभी कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है और कोरोना महामारी जनित परिस्थितियों से उबरने और उभरने के लिए यह अत्यावश्यक है कि हम शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहें और हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बलवान हो। जिसके लिए योगाभ्यास महत्वपूर्ण और अत्यंत लाभदायक है। योग में चिकित्सकीय गुण विद्यमान हैं।
आज सम्पूर्ण विश्व आधुनिक जीवन शैली के विकारों की महामारी से भी जूझ रहा है। स्वस्थ जीवन शैली अपनाने से इन विकारों का उपचार संभव है। सुखमय जीवन के लिए भारतीय संस्कृति के अनुसार समग्र जीवन शैली को अपनाएं और उचित आचार, विचार, आहार और विहार का अनिवार्य रूप से पालन करें।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी के स्वस्थ और खुशहाल जीवन की कामना करता हूँ ।