गोहत्या भारत देश का दुर्भाग्य है – नेहा: “गावो विश्वस्य मातर:” (गाय विश्व की माता)

0
05EFDAC5-54D2-4EA4-B9B9-6D5442EF796E

गोहत्या भारत देश का दुर्भाग्य है – नेहा: “गावो विश्वस्य मातर:” (गाय विश्व की माता)

भुवन वर्मा बिलासपुर 21 अप्रैल 2021

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

भिलाई – आजकल के बच्चे जहाँ एक ओर शान शौकत और खर्चीला पार्टी के साथ पहले से ही जन्मदिन मनाने की तैयारी कर लिये रहते हैं वहीं दूसरी ओर अपने जन्मदिवस के अवसर पर कुमारी नेहा ने आज अपने जन्मदिन की शुरुआत गौ सेवा के साथ की। सोशल मीडिया में इस बच्ची के गौ सेवा संदेश देते हुये तस्वीर काफी वायरल हो रही है जो चर्चा का विषय बना हुआ है। गौरतलब है कि भिलाई (चरौंदा) निवासी रूपनारायण एवं शांति बंजारे के तीन संतानों में सबसे छोटी एवं सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चरौंदा में बारहवीं (कामर्स) की अध्ययनरत छात्रा कुमारी नेहा बंजारे (18 वर्षीया) का आज जन्मदिन रहा। भविष्य में पुलिस बनकर समाज सेवा करने की चाहत रखने वाली नेहा ने चर्चा के दौरान अरविन्द तिवारी को बताया बताया कि हमारे धर्मग्रंथों में “गावो विश्वस्य मातर:” (गाय को विश्व की माता) कहा गया है।

गौमाता भगवानों के भी भगवान हैं इसलिये इसकी सेवा सुरक्षा हमारा परम कर्तव्य है। भगवान श्राराम ने गौमाता की रक्षा और भगवान श्रीकृष्ण ने गौमाता की सेवा करके गौ सेवा का संदेश दिया है। बैडमिंटन खेलने और घूमने में विशेष रुचि रखने वाली नेहा ने काफी जोर देते हुये कहा कि भारत की जिस शस्य श्यामला धरती पर भगवान श्रीरामचंद्र ने गौ रक्षा की और भगवान श्रीकृष्ण ने गौ सेवा की ऐसी पुण्यसलिला धरती पर गौ हत्या होना हमारे लिये बड़े दुर्भाग्य की बात है। गौ माता का आध्यात्मिक , वैज्ञानिक एवं कृषि उपयोगितायें शास्त्रों में भरे पड़े हैं इसलिये गोवंश की सेवा , रक्षा अतिआवश्यक है। वैसे तो यह बालिका प्रतिदिन ही गौ सेवा करती है लेकिन आज अपने जन्मदिन के अवसर पर सर्वप्रथम गोसेवा कर समाज को गो सेवा का अद्भुत संदेश दी है। इनका ध्येय केवल गो सेवा नहीं बल्कि प्राणी मात्र की सेवा करना है। छोटी सी इस बालक की ऊंँची सोच आज हर किसी को लम्बी सोचने पर मजबूर कर रही है। उनकी इस प्रेरणा से लोगो में नया उर्जा का संचार हो रहा है।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *