कोरोना महामारी काल में प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों के आतंक से शिक्षक व बच्चों के साथ अभिभावक भी त्रस्त
कोरोना महामारी काल में प्राइवेट स्कूल प्रबंधको के आतंक से शिक्षक व बच्चों के साथ अभिभावक भी त्रस्त
भुवन वर्मा बिलासपुर 21 अप्रैल 2021
बिलासपुर । कोरोना महामारी के सेकंड स्टेज पर जहां देश सहित प्रदेश कोरोना से बचने हेतु संघर्ष कर रहा है । वहीं प्राइवेट स्कूलों की मनमानी जोरों पर हैं बिलासपुर के लगभग सभी प्राइवेट स्कूलों में बच्चों से फीस पूरा लिया जा रहा है । वही वहीं शिक्षकों पर घर से ही ऑनलाइन क्लासेस पूरी लेने हेतु लगातार दबाव बना रहता है । मेंटली टॉर्चर भी अलग करते हैं, जहां तक पिछले साल से ही अपने सभी शिक्षकों की सैलरी 40 से 70 % की कटौती कर दिए हैं । वही शासकीय अवकाश के दिनों में भी वर्क लोड दिया जाता है । अंबेडकर जयंती ,रामनवमी विशेष पर्व पर भी टीचरों को अवकाश नहीं दिया जाता वही ऑनलाइन क्लास के लिए बेसिक सामग्री की उपलब्धता भी उन्हें अपने स्तर में करनी होती है । ऑनलाईन क्लास हेतु स्कूल प्रबंधन की ओर से किसी तरह की व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई जाती हैं । पिछले शिक्षण सत्र के हिसाब से अगर देखे तो अप्रैल माह में समर वेकेशन का टाइम होता है । जहां अभी भी ऑनलाइन क्लासेस चलाई जा रही है । प्राइवेट स्कूलो की मनमानी से शिक्षकों सहित अभिभावक व बच्चे भी त्रस्त हैं ।
एक चर्चा में कई स्कूलों के अभिभावको स्कूलों के नाम बताते हुए बताया कि अब दिनभर ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चे और मां बाप भी ऊब चुके है । ऐसे में स्कूल प्रबंधन अपनी फीस बरकरार रखने शिक्षकों पर दबाव बनाकर ऑनलाइन क्लास नियमित कराते हैं । जबकि केंद्र व राज्य सरकारों ने 11वीं तक के स्कूलों की एग्जाम को रद्द कर चुकी है ।इनहे भी अपनी ऑनलाइन क्लास को सीमित अवधि का करना चाहिये । बिलासपुर शहर व आसपास लगभग दो दर्जन से ज्यादा छोटे और बड़ेेेे प्राइवेट स्कूल संचालित हैं ।