विश्वपटल पर हो छत्तीसगढ़ का नाम — शुक्ल
विश्वपटल पर हो छग का नाम — शुक्ल
भुवन वर्मा बिलासपुर 5 फरवरी 2021
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर — छत्तीसगढ राज्य में शिक्षा के उत्थान के लिये हम विशेष रुप से संकल्पित हैंं। नैतिक शिक्षा पर एक पेपर अलग से लेने का सभी विश्वविद्यालयों से आग्रह है ताकि हमारे अंदर नैतिक ज्ञान का भी समावेश हो सके। क्योंकि अगर हम पढ़ लिखकर अपनी मिट्टी से ना जुड़ सकें तो ऐसी शिक्षा का लाभ नही होता ,आज के परिवेश में नैतिक ज्ञान भी जरुरी है। सभी विश्वविद्यालय एक परिवार के जैसे है और परिवार की मुखिया महामहिम जी हैं। महामहिम के आदेशानुसार शिक्षा के स्तर को छत्तीसगढ में इतनी ऊंचाइयों तक उठाना है जिससे विश्व पटल पर इस राज्य का नाम हो।
उक्त उद्गार विश्वविद्यालय विनियामक के अध्यक्ष डा० शिववरण शुक्ला ने राजभवन में आयोजित निजी विश्वविद्यालय आयोग के स्थापना दिवस की गरिमामयी समारोह को संबोधित करते हुये छत्तीसगढ़ी भाषा साहित्य , छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति के प्रत्येक पहलुओं और नैतिक शिक्षा एवं संस्कृत भाषा के अध्ययन पर जोर देते हुये कही। महोपाध्याय शुक्ल ने आगे कहा कि सभी विश्वविद्यालय एक परिवार के जैसे है और परिवार की मुखिया महामहिम जी हैं। महामहिम के आदेशानुसार शिक्षा के स्तर को छत्तीसगढ में इतनी ऊंचाइयों तक उठाना है जिससे विश्व पटल पर छत्तीसगढ़ राज्य का नाम हो। गौरतलब है कि छग राजभवन में पहली बार इस तरह का आयोजन हुआ है जिसमें 17विश्वविद्यालय शामिल होकर एक साथ अपने महाविद्यालयों की उपलब्धियों को सामने रखकर , शिक्षा जगत में एक अद्भुत संगठन का आदर्श रखकर एक संदेश प्रेषित किया है। इससे पहले श्रीमति गीता शर्मा के शंखनाद सहित सरस्वती पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर छग निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग सहित सभी निजी विश्वविद्यालयों ने महामहिम राज्यपाल को अभिनंदन पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में छग निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग द्वारा आयोजित बेबीनार के स्मारिका का भी विमोचन किया गया।बताते चलें महामहोपाध्याय श्रीशुक्ल का शिक्षाविद् महामहोपाध्याय पर्यावरण संस्कृति और शिक्षा पर तीन रिकार्ड बन चुका है। उनके 17 विश्वविद्यालयों की पूरी टीम महामहिम राज्यपाल के मार्गदर्शन में राज्य के हित और उत्थान के लिये प्रयासरत हैं। इस गौरवमयी कार्यक्रम में राज्यपाल के सचिव श्री अमृत कुमार खलखो, डॉ सीव्हीरमन विश्वविद्यालय , मैट्स विश्वविद्यालय , कलिंगा विश्वविद्यालय , आईसीएफएआई विश्वविद्यालय , आईटीएम विश्वविद्यालय , एमिटी विश्वविद्यालय , ओपी जिंदल विश्वविद्यालय , आईएसबीएम विश्वविद्यालय , एएएफटी यूनिवर्सिटी ऑफ मीडिया आर्टस , श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय , महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी , केके मोदी यूनिवर्सिटी , देव संस्कृति विश्वविद्यालय , श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी , भारती विश्वविद्यालय के कुलाधिपति , कुलपति एवं कुल सचिव सहित विशिष्ट गणमान्य अतिथि बतौर ख्याति प्राप्त साहित्यकार श्रीमति गीता शर्मा और श्री संजीव शर्मा , श्रीमती लतिका शुक्ला , श्रीमती सरिता भी विशेष रूप से उपस्थित थीं।